Smart Driver Yojana 2025: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में स्मार्ट ड्राइवर प्रशिक्षण के प्रस्ताव को पारित करते हुए IDTR केन्द्रो की स्थापना की घोषणा कर दी है। जी हां जल्दी ही राज्य स्तरीय इंस्टिट्यूट ऑफ़ ड्राइविंग ट्रेंनिंग एंड रिसर्च केंद्र खोले जाएंगे। यह केंद्र न केवल सड़क सुरक्षा को पहले से बेहतर करेंगे बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने में भी मदद करेंगे।
ITDR का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक, तकनीकी और नैतिक रूप से प्रशिक्षित Smart Driver तैयार करना है। आमतौर पर प्रशिक्षण संस्थान केवल लाइसेंस बांटकर छोड़ देती है। परंतु इस प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण लेने वाले Smart Driver Yojana को सड़क पर गाड़ी चलाने का पूर्ण प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि सड़क सुरक्षा को पहले से बेहतर बनाया जा सके। देश भर में इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग ट्रेंनिंग रिसर्च जैसे केंद्र खोले जाएंगे यहां Smart Driver Yojana को सिम्युलेटर, कैमरा आधारित टेस्टिंग, व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
क्या होगी इस IDTR की प्रमुख विशेषता
- यातायात नियम वाहन तंत्र और प्राथमिक चिकित्सा पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- कक्षाओं में ऑडियो विजुअल सहायता से सड़क सुरक्षा के नियम सिखाए जाएंगे।
- इसके अलावा ड्राइवर को 3, 4,6 लेन, फास्ट ट्रैक,हम्प रोड, उल्टा पार्किंग इत्यादि के लिए भी विशेष प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
- इन प्रशिक्षकों के अलावा इस केंद्र में सेंसर और कैमरा आधारित परीक्षण गठित किया जाएगा,
- जिसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। साथ ही रियल टाइम प्रणाली के माध्यम से सभी ड्राइवर को हल्के और भारी वाहनों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- इस संपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र में ड्राइविंग वर्कशॉप ,कैफेटेरिया, लाइब्रेरी, ड्राइविंग लैब इत्यादि सेवाएं रखी जाएगी।
- साथ ही यहां ड्राइवर को प्रशिक्षु को पेमेंट करने की सुविधा दी जाएगी, बायोमैट्रिक अटेंडेंस होंगे और इन केन्द्रो का ऑडिट सालाना रूप से किया जाएगा ताकि प्रशिक्षण केंद्र गुणवत्ता बनाए रखें।
Smart Driver Yojana की टाइमलाइन
चरण | समय सीमा |
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योजना की घोषणा | जुलाई 2025 |
भूमि चयन और टेंडर | अगस्त – अक्तूबर 2025 |
निर्माण कार्य आरंभ | नवम्बर 2025 |
पहला IDTR केंद्र कार्यशील | मार्च 2026 (संभावित) |
कहां खोले जाएंगे IDTR केंद्र?
अब तक की जानकारी के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक राज्य में कम से कम एक IDTR केंद्र की स्थापना की जाएगी। शुरुआत में जिन राज्यों को प्राथमिकता दी गई है:
- उत्तर प्रदेश
- महाराष्ट्र
- तमिलनाडु
- मध्य प्रदेश
- बिहार
- कर्नाटक
इन केंद्रों की स्थापना 2025 के अंत तक चरणबद्ध तरीके से की जाएगी।
इन केन्द्रो को खोलने में कितनी लागत आएगी
आंकड़ों की माने तो एक केंद्र को खोलने में करीबन 18.50 करोड़ की लागत आएगी। इस लागत में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर साझेदारी करेंगे ताकि सभी ड्राइवर को हल्के और भारी वाहनों के लिए शुरुआती ट्रेनिंग दी जा सके।
यहां निजी ड्राइविंग स्कूलों के प्रशिक्षकों के लिए अलग से प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया जा रहे हैं, इसके अलावा खतरनाक माल ढुलाई वाली गाड़िया चलाने वाले ड्राइवर को विशेष पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जा रहा है। वही अनुभवी ड्राइवर के लिए ओरियंटेशन कोर्स संचालित किए जाएंगे।
Smart Driver Yojana में क्या चुनौतियां सामने आ रही है
इस Smart Driver Yojana के अंतर्गत कई प्रकार की चुनौतियां देखने को मिल सकती है जैसे की पर्याप्त जमीन का न होना ,प्रशिक्षण केंद्र में स्टाफ की भर्ती होना, स्टाफ के अलावा प्रशिक्षण केंद्र में मैकेनिकल इंजीनियरिंग और अन्य टेक्निकल स्टाफ को नियुक्त करना , तकनीकी रखरखाव की व्यवस्था करना, वही आम जनता और व्यावसायिक ड्राइवर को यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जागरूक करना।
कुल मिलाकर Smart Driver Yojana सड़क सुरक्षा में एक क्रांतिकारी प्रयास जरूर है परंतु इस योजना पर किस हद तक अमल किया जाएगा और योजना को कौन-कौन सी चुनौतियों से निपटना पड़ेगा यह तो समय के साथ पता चलेगा हालांकि नितिन गडकरी ने इस योजना को लागू करने के लिए हरी झंडी जरूर दे दी है।