अग्निवीरों के लिए सीएम धामी का खास ऐलान, फोर्स में मिलेगी सीधी नौकरी

Puskar Singh Dhami Big Announcement Agniveers Be Deployed In Tiger Protection Force: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 29 जुलाई 2025 को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स शुरू करने की बात कही और बताया कि इसमें उत्तराखंड के अग्निवीरों को सीधे नौकरी दी जाएगी। ये खबर न सिर्फ बाघों के संरक्षण के लिए बल्कि अग्निवीरों के भविष्य के लिए भी अहम है।

टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स क्या है?

सीएम धामी ने बताया कि इस फोर्स में 80 से ज्यादा युवाओं को नौकरी मिलेगी, और खास बात ये है कि इसमें अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी। अग्निवीर, जो सेना में चार साल का प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं, अब इस फोर्स में बाघों की सुरक्षा और जंगल से जुड़े अपराधों को रोकने का काम करेंगे। इससे न सिर्फ बाघों को बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि युवाओं को भी रोजगार का मौका मिलेगा।

Puskar Singh Dhami Big Announcement Agniveers Be Deployed In Tiger Protection Force
Puskar Singh Dhami Big Announcement Agniveers Be Deployed In Tiger Protection Force

बाघों की सुरक्षा के लिए क्या करेंगे?

टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का मुख्य काम बाघों को अवैध शिकार से बचाना है। ये जवान जंगल में गश्त करेंगे, शिकारियों पर नजर रखेंगे, और खुफिया जानकारी जुटाएंगे। अगर कोई शिकारी बाघों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो ये फोर्स सख्त कार्रवाई करेगी। उत्तराखंड में कॉर्बेट और राजाजी जैसे टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ रही है—2024 में 260 बाघ थे—लेकिन शिकार का खतरा अब भी है। ये फोर्स उस खतरे को कम करेगी।

जंगल के अन्य अपराधों पर भी नजर

बाघों के साथ-साथ ये फोर्स जंगल से जुड़े दूसरे अपराधों को भी रोकेगी। जैसे:

  • लकड़ी की तस्करी: जंगल से पेड़ काटकर बेचने वालों पर कार्रवाई।
  • अवैध खनन: नदियों या जंगल में गैरकानूनी खनन रोकना।
  • अतिक्रमण: जंगल की जमीन पर कब्जा करने वालों को हटाना।

ये काम जंगल और वहां रहने वाले जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी हैं। मसलन, अगर जंगल में पेड़ कटते रहेंगे, तो बाघों का घर खत्म हो सकता है।

अग्निवीरों को क्यों चुना गया?

सीएम धामी ने कहा कि अग्निवीर सेना में कठिन ट्रेनिंग से गुजरते हैं, जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाती है। वो अनुशासन, हिम्मत, और चुनौतियों से निपटने में माहिर होते हैं। ये खूबियां उन्हें जंगल में गश्त करने, शिकारियों से मुकाबला करने, और बाघों की सुरक्षा करने के लिए बिल्कुल सही बनाती हैं। साथ ही, अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता है, और ये फोर्स उनके लिए एक शानदार मौका है।

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Author

  • Smriti

    Smriti has a postgraduate degree in journalism from Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth Varanasi. She has 10 years of experience in journalism. She started her journalism career with Dainik Jagran Gorakhpur unit in 2015. After serving in ETV Bharat, she has been associated with Government Schemes for the last six years.

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